जैसे की माता के सभी भक्तों को ज्ञात है कि चैत्र नवरात्रि का आरंभ हो चुका है जिसका माता के भक्तों का बेसब्री से इंतजार रहता है इसमें मां के नौ रूपों की आराधना पूरे भक्ति भाव से की जाती है इसमें मां अपने भक्तों की झोली खुशियों से भर देती हैं अगर भक्त सच्चे मन से मां की आराधना करता है तो अपने बच्चों के लिए मां सदैव उसका कल्याण करने के लिए तत्पर रहती है लेकिन कभी-कभी हमारी एक छोटी सी भूल भी मांता को नाराज कर जाती है इसलिए हमें सदैव प्रयत्न करना चाहिए कि हमसे कोई भूल ना होने पाए जिससे मां हम पर प्रसन्न हो जाएं और हम पर कृपा करें लेकिन क्या हम जानते हैं हमारी किस गलती से माता रानी हमसे नाराज हो सकती हैं और उस नाराजगी का भुगतान हमें किस प्रकार करना होगा आइए इन्हीं विषयों को जानने का प्रयास करते हैं/तो आज के हमारे इस लेख में बहुत ही आसान और सटीक सरल शब्दों में हम जानते हैं कि नवरात्रि के पर्व पर हमें क्या नहीं करना चाहिए/1/किसी भी भक्त को मांता अपना पूजा पाठ करने के लिए मजबूर नहीं करती हैं लेकिन अगर आप कर ही रहे हो तो संपूर्ण श्रद्धा विश्वास और भक्ति के साथ मां की आराधना और पूजा करें मां की आराधना करते समय मन में किसी प्रकार की शंका या दुर्भावना को उत्पन्न ना होने दें /2/मन को कभी अशांत ना होने दें मन में मां के प्रति सम्मान की भावना रखें नवरात्रि के इस पावन पर्व पर किसी भी प्रकार के अपशब्द का प्रयोग गाली गलौज झूठ चुगली इत्यादि मुंह से निकालने से बचना चाहिए क्योंकि जिस मुख से मां की आराधना पूजा पाठ आरती करते हैं उस मुख से गलत शब्द का उच्चारण इन 9 दिनों में करने से बचना चाहिए/3/हर तरह के मांस शराब तंबाकू इत्यादि का सेवन कतई नहीं करना चाहिए/4/किसी भी जरूरतमंद को या कन्या को अपने घर से खाली हाथ ना जाने दें किसी की मदद करने से मां तू भी बहुत प्रसन्न होती हैं किसी जरूरतमंद की मदद करने पर मां आप पर प्रश्नन् होती है वैसे भी इन 9 दिनों में मां कन्या के रूप में धरती पर विचरण करती हैं अगर कोई कन्या आपके घर से खाली हाथ चली गई तो आप ये समझे कि आप ने मां को खाली हाथ घर से विदा कर दिया जिस मा ने आपको इतना सामर्थ वान बनाया है उसके लिए आपको देने में परहेज नहीं करना चाहिए अगर हम किसी के लिए कुछ कर सके तो जरूर करें/5/इन 9 दिनों में अपने दाढ़ी बार तो बिल्कुल भी ना कटवाएं क्योंकि दाढ़ी नाखून के बढ़ने में हमारी शरीर की ऊर्जा का प्रयोग होता है इस समय उपवास आदि करने वाले लोगों को शक्ति की आवश्यकता होती है/6/नवरात्रि के 9 दिनों में चमड़े की वस्तुएं जैसे चप्पल जूते बेल्ट पर्स आदि का प्रयोग ना करें क्योंकि इसे जानवर को मारकर बनाया जाता है जो मां को प्रिय नहीं है/7/अगर घर में आपने कलश स्थापित किया है मां की प्रतिमा का स्थापन किया है तो उस घर को कभी बंद करके कहीं नहीं जाना चाहिए कलश हमारे आस्था का और मां के सम्मान का प्रतीक है कलश गलती से या किसी जानवर के कारण गिर जाए तो हमारे लिए मुसीबत का संकेत होता है घर में जलते हुए दीपक से आग लग कर घर में अनचाही कोई दुर्घटना भी हो सकती है इसको अधिक देर तक जलाते रहने के लिए हम इसमें ज्यादा तेल डालते रहते हैं/8/माता का नाम मंत्र पाठ जाप आदि पूरी श्रद्धा और भक्ति नियम के साथ करें अति आवश्यक ना हो तो बीच में ना उठे और ना ही किसी से बात करें इससे आपका ध्यान नहीं भटकेगा रखेगा श्री विष्णु पुराण के अनुसार नवरात्रि के समय दिन में सोना वर्जित है/9/मासिक धर्म के समय मंदिर में जाने से बचे कई और बातें हैं जो नवरात्रि के समय ध्यान में रखना चाहिए जैसे उपरोक्त तमाम बातों का ध्यान रखा जाए तो मां हम पर जरूर प्रसन्न होंगी मैं क्योंकि नवरात्र शक्ति और भक्ति का पवित्र पर्व है /10/आपसे निवेदन करना चाहूंगा संपूर्ण इस्त्री में मां का अंश है इसलिए आप सभी माताओं और बहनों का सम्मान करें और उनका आदर करें आशा करता हूं कि आप सब इन तमाम बातों का ध्यान रखते हुए मां का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे जय माता दी 🙏🏻महेश भाई तांत्रिक गुरु जी🙏🏻 नोट//हमारे आने वाले अगले लेख में साधना से रिलेटिव लेख होंगे जो अति प्रभावशाली होंगे तंत्र मंत्र यंत्र जो लोग इन चीजों में रूचि रखते हैं कृपया कमेंट करें कि उन्हें किस विषय पर जानकारी चाहिए